Full Form Of DM | वेतन, काम आदि Full जानकारी

Full Form Of  DM  – DM  का full form District Magistrate होता है, जो भारत में एकjudge की तरह काम करता है। एक जिले में एक  DM  होता है, जो वहां के सभी सरकारी कामों को निर्देशित करता है और इसके अलावा उस जिले में सुरक्षा और क़ानून व्यवस्था (security and law and order) का भी ध्यान रखता है।

डीएम जिले का  सबसे बड़ा  अधिकारी होता  हैं जिन्हें सभी सरकारी विभागों के प्रभार और जिले में शांति और सुरक्षा की जिम्मेदारी भी सौंपी जाती है। इस post  में, हम डीएम के बारे में विस्तार से जानेंगे और डीएम से संबंधित कुछ अक्सर पूछे जाने वाले सवालों के जवाब देंगे।

DM का full form ?

 

DM का full form District Magistrate होता है। डीएम भारत में एक जज की तरह काम करते हैं। वह जिले के सभी सरकारी कामों को निर्देशित करता है और उस जिले में सुरक्षा और क़ानून व्यवस्था का भी ध्यान रखता है।

डीएम का काम?

 

डीएम (District Magistrate) जिले के administrative officer होते हैं। उन्हें जिले के सभी क्षेत्रों का प्रभार सौंपा जाता है। उनका काम जिले में director, operator and administrator  के रूप में होता है। वे स्थानीय लोगों के समस्याओं का समाधान करते हुए जिले में सुशासन और विकास के लिए कार्य करते हैं।

डीएम के काम में local administration, public administration, politics, agriculture, education, health, revenue, security, और financial management. शामिल होते हैं। उन्हें जिले के लिए potential खतरों को अंदाज़ा लगाने की जिम्मेदारी भी सौंपी जाती है। वे जिले में विभिन्न कार्यक्रमों को operated करते हुए संबंधित विभागों के साथ Coordination भी करते हैं।

किसी  जिले में जो भी  अधिकारी होते हैं। डीएम उस जिले के सभी सरकारी विभागों के प्रभारी होते हैं और जिले में शांति और सुरक्षा की जिम्मेदारी भी सौंपी जाती है। डीएम के कामों में शामिल होते हैं:

  • जिले में शांति और सुरक्षा की जिम्मेदारी लेना
  • सभी सरकारी विभागों के प्रभारी होना, उनकी समस्याओं का समाधान करना और संचालन में मदद करना
  • जिले में निर्माण के कामों की जिम्मेदारी लेना और निर्माण से संबंधित मामलों का निरीक्षण करना
  • जिले में सामाजिक कल्याण के लिए कदम उठाना और विभिन्न सरकारी योजनाओं के लिए काम करना
  • जिले में चुनाव का आयोजन करना और उनके संबंध में निर्देश देना
  • जिले में न्याय के मामलों के निर्णय देना

 

डीएम कैसे बनते हैं?

डीएम बनने के लिए आपको सबसे पहले भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) परीक्षा देनी होगी। इस परीक्षा के लिए आपको भारतीय नागरिक होना अनिवार्य है और आपकी उम्र 21 से 32 वर्ष के बीच होनी चाहिए।

IAS परीक्षा  three stages में होती है – preliminary exam, main exam और selection process। इन चरणों में आपको अलग-अलग विषयों पर टेस्ट देने होंगे और उनमें से कुछ विषय वैकल्पिक होंगे।

इसके बाद selection process के दौरान, आपको एक अधिकारी के रूप में काम करने के लिए चयन किया जाएगा। इसके लिए आपको अन्य आवश्यक eligibility criteria को पूरा करना होगा जैसे कि age, physical fitness and health, और basic knowledge  और  skills.।

डीएम का काम एक जिले में अधिकारी के रूप में काम करना होता है, जिसमें उनके निर्देशन में education, health, police, finance और अन्य departments का काम शामिल होता है।

DM और  SDM में क्या अंतर होता है?

डीएम और एसडीएम दोनों एक तरह के पद होते हैं लेकिन इन दोनों के बीच अंतर होता है।

डीएम (District Magistrate) जिले के लिए responsible होते हैं जबकि एसडीएम (Sub Divisional Magistrate) एक sub-district के लिए जिम्मेदार होते हैं। डीएम और एसडीएम दोनों का काम जनता की problems को सुलझाना होता है लेकिन उनकी responsibility का level अलग-अलग होता है।

एक अन्य अंतर यह है कि डीएम जिले के समस्त कामों के लिए जिम्मेदार होते हैं जैसे कि finance, security, health, education, jobs आदि जबकि एसडीएम की जिम्मेदारी सीमित होती है जैसे कि land registry, voting, law का व्यवस्था आदि।

डीएम और एसडीएम दोनों ही administrative officers होते हैं जो सरकार के instructions का पालन करते हैं और किसी भी प्रकार की  problems. को  solve करने के लिए काम करते हैं।

डीएम कितने समय के लिए appointment होते हैं?

डीएम की appointment  समय सीमा fixed नहीं  होती है और इसकी अवधि निर्धारित नहीं होती है। डीएम की नियुक्ति को सरकार करती है और यह निर्णय सरकार के discretionary होता है कि वह किसी भी अधिकारी को कितने समय के लिए जिले के लिए डीएम के पद पर नियुक्त करती है।

डीएम की नियुक्ति की अवधि जिले की , amount , work, elections आदि के आधार पर निर्धारित की जाती है। एक डीएम को नियुक्ति के बाद जिले में अपने काम के अनुसार काम करना होता है और वह जब तक सरकार उसे नए आदेश न दे तब तक अपनी नियुक्ति पर काम करता है।

डीएम की वेतन scaleक्या है?

भारत में डीएम की वेतन scale विभिन्न states और  organizations के अनुसार अलग-अलग होती है। लेकिन सामान्यतः, डीएम का वेतन स्केल रु. 56,100 से रु. 1,77,500 तक होता है। इसके साथ ही, अतिरिक्त भत्तों और भुगतान की व्यवस्था भी होती है। इसके अलावा, डीएम को कई अन्य लाभ भी प्रदान किए जाते हैं जैसे pension, medical insurance, एवं अन्य भत्ते आदि।

डीएम के पद के लिए आवेदन कैसे करें?

डीएम के पद के लिए आवेदन आमतौर पर सरकारी वेबसाइट के माध्यम से किया जाता है। जब डीएम के पद पर भर्ती होती है, तो उसकी recruitment government websites, newspapers और अन्य माध्यमों के माध्यम से जारी की जाती है।

आवेदकों को उस वेबसाइट पर जाकर आवेदन पत्र भरना होता है और समस्त required documents को attached  करना होता है। Applicants को उन documents की जांच करनी चाहिए जो application form. के साथ attached   किए गए हैं।

applying करने से पहले, applicants को releases के अनुसार योग्यता eligibility criteria की जाँच करनी चाहिए। साथ ही उन्हें समझना चाहिए कि डीएम के पद के लिए आवेदन करने के लिए क्या प्रक्रिया होती है और application form के साथ attached करने वाले documents को कैसे attached किया जाना है।

डीएम के लिए योग्यता क्या है?

डीएम के लिए योग्यता भारत के विभिन्न राज्यों में थोड़ी अलग-अलग हो सकती है। लेकिन आमतौर पर निम्नलिखित योग्यता eligibility criteria होते हैं:

  • candidate को भारतीय नागरिक होना चाहिए।
  • उम्मीदवार के पास कम से कम graduate degree. होनी चाहिए।
  • candidate को 21 वर्ष से अधिक उम्र होनी चाहिए। यह age usually अलग-अलग राज्यों में अलग हो सकती है।
  • उम्मीदवार को good health condition. होनी चाहिए।
  • उम्मीदवार को अच्छी तरह से knowledge और  skills होना चाहिए जो एक strong and efficient system.  चलाने में मददगार हो सकते हैं।
  • इसके अलावा, विशेष जानकारी के लिए candidates को अपने राज्य के respective notification  की जाँच करनी चाहिए।

Conclusion?

conclusion के रूप में, हमने देखा कि डीएम का पूरा नाम क्या होता है और यह किस पद के रूप में होता है। हमने इस पद के लिए आवेदन करने की प्रक्रिया और इस पद के लिए आवश्यक योग्यताओं के बारे में भी जाना। अगर आपको डीएम बनने का सपना है, तो आपको उचित योग्यताएं प्राप्त करने और आवेदन प्रक्रिया को पूरा करने की जरूरत होगी।

इस लेख से हमें यह समझने को  मिला है कि डीएम एक बड़ा post होता है और यह Indian constitution द्वारा ecruited की  process के माध्यम से भर्ती की जाती है। यह एक बहुत ही responsible और humanitarian पद है, जिसमें आपको समाज के लिए एक positive change लाने का मौका मिलता है।

आखिर में, अगर आप डीएम बनने का सपना देख रहे हैं, तो आपको निरंतर अध्ययन करते रहने और अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए committed रहना होगा।

ध्यान दें: इस लेख में दिए गए सभी जानकारी general information के रूप में हैं। अधिक जानकारी के लिए concerned institutions की official website पर जा सकते हैं

FAQ-

 

डीएम का पूर्ण रूप क्या होता है?

उत्तर: डीएम का पूर्ण रूप District Magistrate होता है।

डीएम कौन होता है और उनका क्या काम होता है?

उत्तर: डीएम जिले के प्रशासनिक अधिकारी होते हैं और उनका काम जिले के विकास और प्रशासन के लिए जिम्मेदार होता है।

डीएम के पद के लिए कौन-कौन से अधिकारी योग्य होते हैं?

उत्तर: डीएम के पद के लिए एक graduation degree वाले अधिकारी योग्य होते हैं।

डीएम का काम क्या होता है?

उत्तर: डीएम का काम जिले के प्रशासनिक और विकास के कार्यों को संचालित करना होता है।

 

डीएम की सैलरी कितनी होती है?

उत्तर: डीएम की सैलरी उनके पद के स्तर और अन्य फैक्टर्स पर निर्भर करती है। इसके लिए आपको Federal Service Commission की website पर जाकर जानकारी लेनी होगी।

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